Monday, February 13, 2023

तुर्की व सीरिया में भुकम्प

          तुर्की व सीरिया में भुकम्प से मरे हुए लोगों पर तो जुमलेश्वर गप्पू महाराज ने सांत्वना संदेश भेज दिया है लेकिन अपने ही देश में 700 किसानों की मौत पर एक शब्द तक बोलने का दयाभाव नहीं दिखलाया... यह कैसा राष्ट्रवाद है जिसमें किसान मजदूर के सामुहिक नरसंहार पर भी नेता लोग मौन धारण करके अपने अमीर घराना मित्रों के चरणों में लोटपोट रहते हैं?
         इसके साथ साथ तालिबान को भी 200 करोड़ की आर्थिक मदद भेज दी है तभी तो तालिबान ने भारतीय बजट तक की प्रशंसा कर डाली... अपने देश के लोगों को देने के लिए तनख्वाह व पैंशन के रुपये नहीं लेकिन आतंकवादी तालिबान को भारी भरकम मदद?.... पंडितों को भला बुरा कहकर  दिन रात सनातन को गालियाँ देने वाले नकली मूलनिवासियों को खुश करने वाले लोग हिंदू हितकारी कैसे हो सकते हैं?इन्होंने
          रही सही कमी भारत के रक्तपीऊ लूटेरे व भ्रष्टाचारी अपने समीपियों की सुरक्षा दिवार बनकर पूरी कर दी है... पूंजीवाद, लूटवाद,शोषणवाद, भ्रष्टाचरणवाद,अंग्रेजीवाद, सैमेटिकवाद की पराकाष्ठा देखने को मिल रही है...!
   
-आचार्य शीलक राम

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